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मांगलिक दोष निवारण पूजा। काल सर्प दोष निवारण पूजा। गुरु चाण्डाल दोष निवारण पूजा। सूर्य ग्रहण दोष / चन्द्र ग्रहण दोष निवारण पूजा। पितृ दोष पूजा बगलामुखी अनुष्ठान। वर / लड़के के विवाह बाधा निवारण हेतु विशेष अनुष्ठान। कन्या / लड़की के विवाह बाधा निवारण हेतु कात्यायनी माता का विशेष अनुष्ठान।

 

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पूजन

मांगलिक दोष निवारण पूजा 

(Manglik Dosh Pooja)

शास्त्रों में मांगलिक दोष निवारण की पूजा हेतु सम्पूर्ण विश्व में सिर्फ महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन को ही निर्धारित किया गया है उज्जैन में अंगारेश्वर महादेव मंदिर (विशेष प्रभाव) या मंगलनाथ मंदिर दोनों स्थानों पर मांगलिक दोष निवारण हेतु पूजन सम्पन्न कराया जाता है। आप इन दोनों स्थानों में से अपनी सुविधा अनुसार किसी भी स्थान पर मांगलिक दोष निवारण हेतु पूजन सम्पन्न करा सकते हैं। आप इन दोनों स्थानों में से जहाँ भी पूजन कराना चाहते हों, हमसे सम्पर्क करें और पूरे विधि विधान के साथ मांगलिक दोष निवारण हेतु पूजन सम्पन्न करायें पूजन से सम्बन्धित सम्पूर्ण खर्च एवं व्यवस्था हमारी होती है

एकल पूजन का विधान :- पञ्चांग कर्म एवं नवग्रह शान्ति के पश्चात् अंगारेश्वर महादेव मंदिर या मंगलनाथ मंदिर में दही भात से विशेष अभिषेक एवं पूजन के बाद आरती। 

दक्षिणा :- 5500 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)।

संक्षिप्त एवं सामूहिक पूजन का विधान :- गौरी गणेश के पूजन के पश्चात् अंगारेश्वर महादेव मंदिर या मंगलनाथ मंदिर में दही भात से पूजन। (इस पूजा में कई यजमान एक साथ बैठेंगे )

दक्षिणा :- 2500 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)।

विशेष :-  मांगलिक दोष निवारण हेतु मंगल देव की बीजमन्त्र का 40,000 की संख्या में जाप करके उसका दशांश हवन भी किया जाता है। यह विशेष लाभदायक होता है।

मंगल देव के बीजमन्त्र जाप की दक्षिणा :- 8100 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।

 कुम्भ विवाह  (Kumbh Vivah) (कन्या के लिये)

वैवाहिक प्रसंग में विवाह योग्य वर कन्या में से यदि वर मांगलिक नहीं है, लेकिन कन्या मांगलिक है, ऐसी स्थिति में शास्त्रों में कन्या का मांगलिक दोष निवारण पूजा के बाद कुम्भ विवाह का विधान है कुम्भ विवाह के बाद गैर मांगलिक वर के साथ कन्या का विवाह संभव हैयदि आप कुम्भ विवाह भी कराना चाहते हैं, तो हमसे सम्पर्क करें और पूरे विधि विधान के साथ कुम्भ विवाह सम्पन्न करायें पूजन से सम्बन्धित सम्पूर्ण खर्च एवं व्यवस्था हमारी होती है

कुम्भ विवाह की दक्षिणा :- 3100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)


अर्क विवाह  (Kumbh Vivah) (वर के लिये)

वैवाहिक प्रसंग में विवाह योग्य वर कन्या में से यदि वर मांगलिक है, लेकिन कन्या मांगलिक नहीं है, ऐसी स्थिति में शास्त्रों में वर का मांगलिक दोष निवारण पूजा के बाद अर्क विवाह का विधान हैअर्क विवाह के बाद गैर मांगलिक कन्या के साथ वर का विवाह संभव हैयदि आप अर्क विवाह भी कराना चाहते हैं, तो हमसे सम्पर्क करें और पूरे विधि विधान के साथ अर्क विवाह सम्पन्न करायें पूजन से सम्बन्धित सम्पूर्ण खर्च एवं व्यवस्था हमारी होती है

अर्क विवाह की दक्षिणा :- 3100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)


काल सर्प दोष निवारण पूजा 

(Kaal Sarp Dosh Pooja)

शास्त्रों में कालसर्प दोष निवारण की पूजा हेतु सम्पूर्ण विश्व में दो स्थानों को निर्धारित किया गया है। पहला भगवान त्र्यम्बकेश्वर की नगरी नासिक एवं दूसरा महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन। आप इन दोनों स्थानों में से अपनी सुविधा अनुसार किसी भी स्थान पर कालसर्प दोष निवारण हेतु पूजन सम्पन्न करा सकते हैं। आप इन दोनों स्थानों में से जहाँ भी पूजन कराना चाहते हों, हमसे सम्पर्क करें और पूरे विधि विधान के साथ कालसर्प दोष निवारण हेतु पूजन सम्पन्न करायें पूजन से सम्बन्धित सम्पूर्ण खर्च एवं व्यवस्था हमारी होती है

पूजन का विधान :-

पञ्चांग कर्म एवं नवग्रह शान्ति के पश्चात् 12 नागों एवं नाग माता मनसा देवी का विशेष पूजन

दक्षिणा :- 5100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

विशेष :-  काल सर्प दोष बनने के प्रमुख कारक ग्रह राहु एवं केतु होते हैं अतः इनकी शान्ति भी इनके बीज मन्त्रों के जाप एवं दशांश हवन के साथ कराना लाभदायक होता है राहु के बीजमन्त्र का जाप 72000 की संख्या में तथा केतु के बीजमन्त्र का जाप 68000 की संख्या में किया जाता हैदोनों के जाप की कुल संख्या 140000 होती है दशांश हवन की 14000 कुल संख्या होती है

राहु केतु के बीजमन्त्र जाप की दक्षिणा :- 25000 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)

 

अंगारक दोष निवारण पूजा (Angarak Dosh Pooja)

कुण्डली के किसी भी भाव में मंगल के साथ राहु या केतु की युति होने पर अंगारक दोष बनता है अंगारक दोष निवारण हेतु उज्जैन स्थित अंगारेश्वर महादेव मंदिर में विशेष पूजा सम्पन्न कराई जाती है

दक्षिणा :- 5500 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

विशेष :-  अंगारक दोष बनने के प्रमुख कारक ग्रह राहु एवं केतु होते हैं अतः राहु या केतु में से जो भी ग्रह मंगल के साथ बैठे हों, उनकी शान्ति भी उनके बीज मन्त्रों के जाप एवं दशांश हवन के साथ कराना लाभदायक होता है राहु के बीजमन्त्र का जाप 72000 की संख्या में तथा केतु के बीजमन्त्र का जाप 68000 की संख्या में किया जाता है

बीजमन्त्र जाप की दक्षिणा :- 15000 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)

 

गुरु चाण्डाल दोष निवारण पूजा

(Guru Chandal Dosh Pooja)

कुण्डली के किसी भी भाव में बृहस्पति के साथ राहु या केतु की युति होने पर गुरु चाण्डाल दोष बनता हैगुरु चाण्डाल दोष निवारण हेतु उज्जैन स्थित सिद्धनाथ महादेव मंदिर (सिद्ध वट मन्दिर)  में विशेष पूजा सम्पन्न कराई जाती है

दक्षिणा :- 5100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

विशेष :-  गुरु चाण्डाल दोष बनने के प्रमुख कारक ग्रह राहु एवं केतु होते हैं अतः राहु या केतु में से जो भी ग्रह बृहस्पति के साथ बैठे हों, उनकी शान्ति भी उनके बीज मन्त्रों के जाप एवं दशांश हवन के साथ कराना लाभदायक होता है राहु के बीजमन्त्र का जाप 72000 की संख्या में तथा केतु के बीजमन्त्र का जाप 68000 की संख्या में किया जाता है

बीजमन्त्र जाप की दक्षिणा :- 15000 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)

 

सूर्य ग्रहण दोष / चन्द्र ग्रहण दोष निवारण पूजा

(Sury Grahan/Chandra Grahan Dosh Pooja)

कुण्डली के किसी भी भाव में सूर्य या चन्द्र के साथ राहु या केतु की युति होने पर सूर्य ग्रहण दोष / चन्द्र ग्रहण दोष बनता हैसूर्य ग्रहण दोष / चन्द्र ग्रहण दोष निवारण हेतु उज्जैन स्थित सिद्धनाथ महादेव मंदिर (सिद्ध वट मन्दिर)  में विशेष पूजा सम्पन्न कराई जाती है

सूर्य ग्रहण दोष / चन्द्र ग्रहण दोष निवारण पूजा की दक्षिणा :- 5100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

विशेष :-  सूर्य ग्रहण दोष या चन्द्र ग्रहण दोष दोनों के बनने के प्रमुख कारक ग्रह राहु एवं केतु होते हैं अतः राहु या केतु में से जो भी ग्रह सूर्य या चन्द्र के साथ बैठे हों, उनकी शान्ति भी उनके बीज मन्त्रों के जाप एवं दशांश हवन के साथ कराना लाभदायक होता है राहु के बीजमन्त्र का जाप 72000 की संख्या में तथा केतु के बीजमन्त्र का जाप 68000 की संख्या में किया जाता है

बीजमन्त्र जाप की दक्षिणा :- 15000 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित) 

 

पितृ दोष पूजा  (Pitri Dosh Pooja)

शास्त्रों में पितृ दोष निवारण की पूजा हेतु सम्पूर्ण विश्व में छः स्थानों को निर्धारित किया गया है। उज्जैन, नासिक, प्रयागराज, हरिद्वार, गया एवं अमरकंटक। आप इन छः स्थानों में से अपनी सुविधा अनुसार किसी भी स्थान पर कालसर्प दोष निवारण हेतु पूजन सम्पन्न करा सकते हैं। यदि आप उज्जैन या नासिक में पितृ दोष निवारण पूजा हेतु पूजन कराना चाहते हों, हमसे सम्पर्क करें और पूरे विधि विधान के साथ पितृ दोष निवारण की पूजा हेतु पूजन सम्पन्न करायें पूजन से सम्बन्धित सम्पूर्ण खर्च एवं व्यवस्था हमारी होती है

पूजन का विधान :-

पितृ दोष निवारण की पूजा हेतु अनेक विधान बताये गये हैं जिनमे से प्रमुख विधानों को यहाँ दर्शाया जा रहा है :-

1. त्रिपिण्डी श्राद्ध :- इस विधान में तीन पिण्ड दान के साथ पितृ दोष का निवारण कराया जाता है

दक्षिणा :- 3100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

समय :- लगभग दो घंटे

2. सोलह पिण्डी श्राद्ध :- इस विधान में सोलह पिण्ड दान के साथ पितृ दोष का निवारण कराया जाता है

दक्षिणा :- 6100 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

समय :- लगभग तीन घंटे

3. बावन पिण्डी श्राद्ध :- इस विधान में बावन पिण्ड दान के साथ पितृ दोष का निवारण कराया जाता है

दक्षिणा :- 11000 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

समय :- लगभग छः घंटे

4. नारायण नाग बलि :- यह पितृ दोष का सर्वोत्तम एवं वृहद् विधान होता है

दक्षिणा :- 25000 रूपये (पूजन की समस्त सामग्री सहित)

समय :- तीन दिन

 

बगलामुखी अनुष्ठान  (Baglamukhi Anushthan)

पाण्डव कालीन स्थापित दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माता बगलामुखी उज्जैन से 100 किलोमीटर दूर आगर मालवा क्षेत्र में लखुन्दर नदी के तट पर नलखेडा नामक कस्बे में स्थित हैं माता बगलामुखी के शरण में किसी भी प्रकार की विजय हेतु पूजन अनुष्ठान करा कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। माता बगलामुखी के शरण में विभिन्न प्रकार के पूजन एवं अनुष्ठान किये जाते हैं, जैसे कि शत्रु बाधा, राजनीति में सफलता, कैरियर में सफलता, विदेश में सफलता, किसी भी गंभीर बीमारी से मुक्ति, कोर्ट-कचहरी, मुकदमा से छुटकारा, घरेलू कलह, नौकरी-व्यवसाय में किसी भी प्रकार की समस्या, जमीन-जायदाद की समस्या इस प्रकार के सम्पूर्ण पूजन एवं अनुष्ठान माता रानी के शरण में करा सकते हैं जिसका पूर्ण लाभ आपको प्राप्त होगा। इसके अलावा आकर्षण, मोहन, उच्चाटन, वशीकरण जैसी क्रियायें भी माता रानी के दरबार में सम्पन्न कराये जाते हैं। यदि आप ऐसी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप माता बगलामुखी का पूजन एवं हवन करा कर अपनी समस्याओं से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।

बगलामुखी माता के पूजन, हवन एवं अनुष्ठान का विधान :-

1. सामान्य हवन :-

लाभ :- यह एक साधारण हवन होता है, जो भक्तगण बिना किसी मनोकामना के अपनी स्वेक्षा से करते हैं।

दक्षिणा :- 2100 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।

समय :- डेढ़ घंटा।

2. उत्तम हवन :-

लाभ :- यह हवन किसी (एक) विशेष मनोकामना की पूर्ति हेतु किया जाता है।

दक्षिणा :- 5100 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।

समय :- लगभग ढाई घंटे।

3. विशिष्ठ हवन :-

लाभ :- यह हवन किसी विशिष्ठ मनोकामना की पूर्ति हेतु किया जाता है।

दक्षिणा :- 11100 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।

समय :- लगभग तीन घंटे।

4. छोटा अनुष्ठान :-

लाभ :- आप यह अनुष्ठान किन्ही दो समस्याओं के निवारण हेतु करा सकते हैं। इस अनुष्ठान में 36000 (छत्तीस हजार) मन्त्रों का जाप पूर्ण करके उसका दशांश अर्थात 3600 की संख्या में हवन, हवन का दशांश तर्पण, तर्पण का दशांश मार्जन एवं मार्जन का दशांश ब्राह्मण भोजन की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है साथ ही आपको माता बगलामुखी का सिद्ध किया हुआ दो यन्त्र भी दिया जायेगा, जो आपको विभिन्न समस्याओं से मुक्ति दिलायेगा। इस अनुष्ठान में 10 आचार्यों की आवश्यकता होती है।

दक्षिणा :- 21000 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।  

समय :- लगभग छः से सात्त घंटे।

5. बड़ा अनुष्ठान :-

लाभ :- आप यह अनुष्ठान अनेक समस्याओं के एक साथ निवारण हेतु करा सकते हैं। इस अनुष्ठान में 125000 (सवा लाख) मन्त्रों का जाप पूर्ण करके उसका दशांश अर्थात 12500 की संख्या में हवन, हवन का दशांश तर्पण, तर्पण का दशांश मार्जन एवं मार्जन का दशांश ब्राह्मण भोजन की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है साथ ही आपको माता बगलामुखी का सिद्ध किया हुआ दो यन्त्र भी दिया जायेगा, जो आपको विभिन्न समस्याओं से मुक्ति दिलायेगा। इस अनुष्ठान में 32 आचार्यों की आवश्यकता होती है।

दक्षिणा :- 51000 रूपये (पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।  

समय :- एक दिन से तीन दिन, आपकी सुविधानुसार आचार्यों की संख्या घटाई बढ़ाई जायेगी।

6.  विशिष्ठ वृहद् अनुष्ठान :-

लाभ :- आप यह अनुष्ठान विशेष राजनैतिक पद प्राप्ति हेतु किया जाता है। इस अनुष्ठान में 225000 (सवा लाख) मन्त्रों का जाप पूर्ण करके उसका दशांश अर्थात 25000 की संख्या में हवन, हवन का दशांश तर्पण, तर्पण का दशांश मार्जन एवं मार्जन का दशांश ब्राह्मण भोजन की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है साथ ही आपको माता बगलामुखी का सिद्ध किया हुआ दो यन्त्र भी दिया जायेगा, जो आपको विभिन्न समस्याओं से मुक्ति दिलायेगा और आपको आपके लक्ष्य तक पहुँचाने में सहयोग प्रदान करेगा। इस अनुष्ठान में 60 आचार्यों की आवश्यकता होती है।

दक्षिणा :- 101000 रूपये(पूजन एवं हवन की समस्त सामग्री सहित)।  

समय :- तीन दिन से पाँच दिन, आपकी सुविधानुसार आचार्यों की संख्या घटाई बढ़ाई जायेगी।

  

वर / लड़के के विवाह बाधा निवारण हेतु विशेष अनुष्ठान

 किसी विवाह योग्य युवक के विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने हेतु दुर्गा सप्तशती के एक विशिष्ठ मन्त्र से विशेष अनुष्ठान सम्पन्न कराया जाता है। 

प्रथम विधान :-

इस विधान में दुर्गा सप्तशती के उस विशिष्ठ मंत्र का 125000 (सवा लाख) की संख्या में जाप करके उसका दशांश अर्थात 12500 की संख्या में हवन किया जाता है।

द्वितीय विधान :-

इस विधान में दुर्गा सप्तशती के उस विशिष्ठ मंत्र द्वारा दुर्गा सप्तशती के सभी 700 श्लोकों की सम्पुटित करते हुये दुर्गा सप्तशती का 51 पाठ करके दुर्गा सप्तशती के प्रत्येक श्लोकों का पाँच बार (3500 की संख्या) एवं सप्तशती के उस विशिष्ठ मंत्र का दशांश अर्थात 7140 की संख्या में हवन किया जाता है

लाभ :- इसके प्रभाव से किसी भी युवक के विवाह में आ रही बाधायें दूर हो जाती हैं और शीघ्र ही उस युवक का विवाह किसी अच्छी कन्या के साथ सम्पन्न हो जाता है।

यदि आप यह अनुष्ठान कराना चाहते हैं, तो हमसे अवश्य सम्पर्क करें।

विशेष :-  यह अनुष्ठान आप अपने घर पर या ऑनलाइन सुविधा से हमारे संस्थान में भी करा सकते हैं।

यदि आप अपने घर पर इस अनुष्ठान को कराना चाहते हैं, तो हमारे आचार्य आपके घर तक जायेंगे और इस अनुष्ठान को सफलतापूर्वक सम्पन्न करायेंगे।

यदि आप अपने घर में यह अनुष्ठान नहीं कराना चाहते हैं या किसी अन्य कारण से आप आचार्यों को अपने यहाँ बुला पाने में असमर्थ हैं, तो पूजन की दक्षिणा, लड़के का फोटो, नाम एवं गोत्र हमें भेज सकते हैं। हमारे आचार्य उस लडके के नाम से विशेष अनुष्ठान संपन्न करायेंगे। पूजन के समय सम्पूर्ण विधान वीडियो काल से आपको दिखाया जायेगा

आचार्यों की संख्या :- पाँच

समय :- सात दिन

खर्च :- दक्षिणा 45000 रूपये, सामग्री लगभग 6000 रूपये।

ध्यान दें :- आपके घर तक आचार्यों के आने-जाने, रुकने एवं भोजन की व्यवस्था आपकी होगी

 

कन्या / लड़की के विवाह बाधा निवारण हेतु कात्यायनी माता का विशेष अनुष्ठान (Katyayani Anushthan)

 किसी विवाह योग्य कन्या के विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने हेतु कात्यायनी माता का विशेष अनुष्ठान सम्पन्न कराया जाता है।

पूजन विधान :-

इस अनुष्ठान में कात्यायनी माता के मंत्र का 41000 की संख्या में जाप करके उसका दशांश अर्थात 4100 की संख्या में हवन किया जाता है।

लाभ :- इसके प्रभाव से किसी भी कन्या के विवाह में आ रही बाधायें दूर हो जाती हैं और शीघ्र ही उस कन्या का विवाह किसी अच्छे वर के साथ सम्पन्न हो जाता है।

यदि आप यह अनुष्ठान कराना चाहते हैं, तो हमसे अवश्य सम्पर्क करें।

विशेष :-  यह अनुष्ठान आप अपने घर पर या ऑनलाइन सुविधा से हमारे संस्थान में भी करा सकते हैं।

यदि आप अपने घर पर इस अनुष्ठान को कराना चाहते हैं, तो हमारे आचार्य आपके घर तक जायेंगे और इस अनुष्ठान को सफलतापूर्वक सम्पन्न करायेंगे।

यदि आप अपने घर में यह अनुष्ठान नहीं कराना चाहते हैं या किसी अन्य कारण से आप आचार्यों को अपने यहाँ बुला पाने में असमर्थ हैं, तो पूजन की दक्षिणा, कन्या का फोटो, नाम एवं गोत्र हमें भेज सकते हैं। हमारे आचार्य उस कन्या के नाम से विशेष अनुष्ठान संपन्न करायेंगे। पूजन के समय सम्पूर्ण विधान वीडियो काल से आपको दिखाया जायेगा

आचार्यों की संख्या :- तीन

समय :- पाँच दिन

खर्च :- दक्षिणा 21000 रूपये, सामग्री लगभग 5000 रूपये।

ध्यान दें :- आपके घर तक आचार्यों के आने-जाने, रुकने एवं भोजन की व्यवस्था आपकी होगी

 

महामृत्युंजय अनुष्ठान (Mahamritunjay Anushthan)

    महामृत्युंजय अनुष्ठान किसी खराब परिस्थिति अथवा संकट निवारण हेतु किया जाता है। परिस्थिति एवं संकट की गंभीरता को देखते हुये महामृत्युंजय अनुष्ठान में मन्त्र की संख्या निर्धारित की जाती है। महामृत्युंजय अनुष्ठान में मन्त्र जाप की संख्या के आधार पर अनुष्ठान का समय, आचार्यों की संख्या एवं अनुष्ठान की दक्षिणा निर्धारित होती है।

जाप संख्या के अनुसार अनुष्ठान विधान :-

1. ग्यारह हजार मन्त्र जाप :-

आचार्यों की संख्या :- पाँच

समय :- एक दिन

खर्च :- दक्षिणा 10100 रूपये, सामग्री लगभग 3500 रूपये।

2. चालीस हजार मन्त्र जाप :-

आचार्यों की संख्या :- चार

समय :- तीन दिन

खर्च :- दक्षिणा 25000 रूपये, सामग्री लगभग 6000 रूपये।

3. इक्यावन हजार मन्त्र जाप :-

आचार्यों की संख्या :- तीन

समय :- पाँच दिन

खर्च :- दक्षिणा 31000 रूपये, सामग्री लगभग 6500 रूपये।

4. सवा लाख मन्त्र जाप :-

आचार्यों की संख्या :- पाँच

समय :- सात दिन

खर्च :- दक्षिणा 61000 रूपये, सामग्री लगभग 9000 रूपये।

विशेष :- यदि आप अपने घर पर यह अनुष्ठान कराते हैं तो आपके घर तक आचार्यों के आने-जाने, रुकने एवं भोजन की व्यवस्था आपकी होगी


सम्पर्क करें - Whatsapp - 9340168037

विशेष :- जो भी पूजन कराना हो, उसकी सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। इसके बाद भी यदि आपके मन में कोई प्रश्न हो तो कृपया सायं 7 बजे से 9 बजे के मध्य सम्पर्क करें

समस्त ज्योतिषीय सामग्री उपलब्ध है

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